Karak Yad Karane ki Asan Trik
कारक याद करने की आसान ट्रिक
हिंदी में कारक चिह्नों का ज्ञान जितना आवश्यक है , कारकों की विभक्तियाँ या चिह्न याद करना उतना ही टेढ़ी खीर महसूस होती है। अकसर विद्यार्थी कारक चिह्नों को सही लिख पाने में असमर्थता महसूस करते हैं । यहाँ पर कारक याद करने के लिए एक सरल तरीका सिखा रखा है। इसे याद करने के बाद आप कारक की विभक्तियाँ लिखने में कभी भूल नहीं करेंगे।
कारक चिह्न याद करने का आसान तरीका
कर्ता ’ने’, अरु कर्म ’को’, करण रीति ’से’ जान।
संप्रदान ’को’, ’के लिए’ , अपादान ’से’ मान ॥
’का’ ’की’ ’के’ संबंध हैं , अधिकरण ’में’ ’पर’ ।
’रे!’ ’हे!’ ’अरे!’ ’भो!’ संबोधन हैं यही ध्यान तू धर॥
क्रमांक |
कारक के नाम |
विभक्ति |
कारक चिह्न |
अर्थ |
1. |
कर्ता |
प्रथमा |
ने |
काम करने वाला॥ |
2. |
कर्म |
द्वितीया |
को |
जिस पर काम का प्रभाव पड़े। |
3. |
करण |
तृतीया |
से, द्वारा |
जिसके द्वारा कर्ता काम करे । |
4. |
संप्रदान |
चतुर्थी |
को, के लिए |
जिसके लिए क्रिया की जा॥ |
5. |
अपादान |
पंचमी |
से |
जिससे अलगाव हो । (अलग होने का भाव) |
6. |
संबंध |
षष्ठी |
का,की,के ,रा,री,रे |
जिससे संबंध हो। |
7. |
अधिकरण |
सप्तमी |
में, पर |
क्रिया का आधार |
8. |
संबोधन |
संबोधन |
रे!, भो, हे!, अरे! |
संबोधन ! |
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